आयुर्वेद कहता है कि,
विष के दुष्परिणाम से बचने के लिये
रोज के खान- पान मे सोने (#Gold) का उपयोग करे l
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न सज्जते हेम पांगे पद्मपत्रे s म्बुवव्दिषम् ll28ll
जायते विपुलं चायुर्गरे sप्येष विधि: स्मृत: l
विरुद्धमपि चाहारं विद्याद्विषगरोपमम् ll29ll
संदर्भ:-अष्टांग हृदय सूत्रस्थान 7
जो मनुष्य सुवर्ण (gold) पीता हैं उसपर विष का प्रभाव नहीं होता l
जिस प्रकार कमल के पत्र पर पानी नही ठहरता उसी तरह ये #विष शरीर मे नहीं ठहरता l
सुवर्ण पीने से दीर्घायु प्राप्त होती है l
विरुद्ध आहार भी विषारी होता है l
विरुद्ध आहार कभी कभी तत्काल मारक होता है या कालांतर में मारने वाला होता हैl(slow poison).
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रोज की खान पान मे हम सोना (gold) का उपयोग कैसे करे ?
-रोज दूध उबालते समय उसमे सोने की अंगुठी डाले, घर के सभी लोग ये दूध पिये l
- रोज रात को चांदी के गिलास मे सोने की अँगुठी डालकर पानी से भरकर रखे l
सूबह खाली पेट ये सुवर्ण युक्त जल घर के सभी लोग प्राशन करे l
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Vd Pratibha Bhave
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